
शादी एक ऐसा रिश्ता होता है जिसमें दो लोग मिलकर Netflix की सब्सक्रिप्शन शेयर करते हैं… और कभी-कभी भावनाएं भी। लेकिन क्या करें जब पति सिर्फ रिमोट पकड़ कर बैठे हों और भावनाओं का नेटवर्क ‘No Signal’ दिखा रहा हो?
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1. जब पति हर वक्त फोन में रहें, तो समझ जाइए दिल ऑफ़लाइन है
अगर आपके “हस्बैंड डियर” दिन-रात फोन में लगे रहते हैं – चाहे वो रील्स हों या क्रिकेट स्कोर – और आपकी बातें सुनने पर उन्हें लगे जैसे किसी ने Ads बिना Skip बटन के दिखा दिए हों, तो संभलिए! यह क्लासिक संकेत है – Emotionally Absent Husband का।
2. आपकी फीलिंग्स? “ड्रामा” घोषित कर दी गई हैं
जब आप कहती हैं – “मैं ठीक नहीं हूं” और जवाब मिलता है, “फिर शुरू हो गई!” तो बहनों, ये रोमांस नहीं, रेड फ्लैग है। पति की इस प्रतिक्रिया का मतलब है – उनकी भावनात्मक मौजूदगी छुट्टी पर है, बिना रिटर्न टिकट के।
3. बातें हों तो बस मौसम की या खाने की, दिल की बातें OTP से भी प्राइवेट
जब पति गहराई से बात करने के नाम पर चुप हो जाते हैं, लेकिन IPL की टीमों पर थ्योरीज़ निकालते हैं – तो समझिए, वो दिल से नहीं, सिर से सोचते हैं… और वो भी सिर्फ स्पोर्ट्स चैनल वाला हिस्सा।
4. साथ हैं, लेकिन साथ नहीं हैं – ये है इमोशनल सिंगलहुड का क्लासिक केस
अगर आपको लगता है कि अकेले में आप खुद के साथ ज्यादा कनेक्टेड थीं, लेकिन अब पति के साथ होते हुए भी कटा-कटा सा महसूस होता है – तो शादी नहीं, Solo Emotional Survival Mode चल रहा है।
क्या करें जब पति भावनात्मक रूप से गायब हों? शादी को बनाए रखने के लिए ये आज़माएं:
1. स्वीकार करें कि पति इमोशनल रूप से ऑनलाइन नहीं हैं
जैसे OTP कभी-कभी देर से आता है, वैसे ही इनकी भावनाएं भी बफरिंग में हैं। उन्हें बदलने की कोशिश के बजाय, स्थिति को स्वीकार करें।
2. खुद को दोष देना बंद करें
पति के इमोशनल आउटेज के लिए आप जिम्मेदार नहीं हैं। यह रिलेशनशिप है, ना कि गैस सिलेंडर कि हर बार आपकी बारी पर ही खत्म हो जाए।
3. बात कहें, लेकिन ब्लेम गेम में नहीं फंसें
“तुम हमेशा…” से शुरू होकर “तुम कभी नहीं…” पर खत्म होने वाली बातें छोड़िए। उसकी जगह कहिए, “मुझे ऐसा लगता है कि…” – इससे बात पहुँचती है, ताना नहीं।
4. Emotional Boundaries बनाएं
उनसे साफ कहें – “मैं इस रिश्ते में यह चाहती हूं…”। ये आपकी लिमिट नहीं, आपकी वैल्यू है।
5. सेल्फ केयर करें, ताकि आप खुद को याद रह सकें
पति अगर Emotions में Zero हों, तो आप अपने लिए Hero बनिए। वो गाने सुनिए, वो कॉफ़ी पीजिए, जो कभी शादी के पहले आपको अच्छा लगता था।
शादी में सिर्फ एक नाम नहीं चाहिए, एक “मौजूदगी” चाहिए
Emotionally Absent पति होना एक बड़ी समस्या है, लेकिन उसका हल खुद को मिटा देना नहीं है। रिश्ते को जोड़ने के लिए पहले खुद से जुड़ना ज़रूरी है। याद रखिए, जब तक आप अपने इमोशंस की कद्र नहीं करेंगी, कोई और क्यों करेगा?
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